आइसोस्ट्रक्चरल सामग्रियों को समझना: गुण और उदाहरण
आइसोस्ट्रक्चरल से तात्पर्य एक ही क्रिस्टल संरचना, लेकिन विभिन्न संरचना या रासायनिक सूत्र होने की संपत्ति से है। दूसरे शब्दों में, दो सामग्रियों के क्रिस्टल जाली में परमाणुओं की व्यवस्था समान होती है, लेकिन प्रत्येक इकाई कोशिका में अलग-अलग प्रकार या परमाणुओं की संख्या हो सकती है।
उदाहरण के लिए, दो खनिज आइसोस्ट्रक्चरल हो सकते हैं यदि उनका क्रिस्टल सिस्टम समान हो (जैसे) घन या चतुष्कोणीय के रूप में), लेकिन इसकी संरचना में एक अलग धातु आयन होता है। इस मामले में, समग्र क्रिस्टल संरचना समान रहती है, लेकिन संरचना बनाने वाले विशिष्ट परमाणु भिन्न होते हैं। आइसोस्ट्रक्चरल सामग्री समान भौतिक और रासायनिक गुणों, जैसे घनत्व, कठोरता और तापीय चालकता का प्रदर्शन कर सकती है, भले ही उनकी संरचना अलग-अलग हो। ऐसा इसलिए है क्योंकि क्रिस्टल जाली में परमाणुओं की व्यवस्था मौजूद विशिष्ट प्रकार के परमाणुओं के बजाय इनमें से कई गुणों को निर्धारित करती है।