आग्नेय चट्टानों को समझना: प्रकार, गठन और भूवैज्ञानिक महत्व
आग्नेय चट्टान एक प्रकार की चट्टान है जो मैग्मा या लावा के ठंडा होने और जमने से बनती है। मैग्मा पिघली हुई चट्टान है जो पृथ्वी की सतह के नीचे मौजूद है, जबकि लावा पिघली हुई चट्टान है जो ज्वालामुखी या छिद्र से निकली है। जब मैग्मा या लावा ठंडा होता है, तो यह जम कर आग्नेय चट्टान में बदल जाता है।
आग्नेय चट्टानें कई प्रकार की होती हैं, जिनमें शामिल हैं:
1. ग्रेनाइट: एक मोटे दाने वाली चट्टान जो क्वार्ट्ज, फेल्डस्पार और अभ्रक खनिजों से बनी होती है।
2. बेसाल्ट: एक महीन दाने वाली चट्टान जो लौह और मैग्नीशियम से भरपूर होती है और अक्सर उन क्षेत्रों में पाई जाती है जहां ज्वालामुखीय गतिविधि हुई है।
3. एंडीसाइट: एक मध्यम दाने वाली चट्टान जो क्वार्ट्ज, फेल्डस्पार और पाइरोक्सिन खनिजों से बनी होती है।
4। ओब्सीडियन: एक कांच जैसी, महीन दाने वाली चट्टान जो लावा के जल्दी ठंडा होने पर बनती है।
5. झांवा: एक हल्की, छिद्रपूर्ण चट्टान जो तब बनती है जब लावा तेजी से बुझता है। आग्नेय चट्टानें ज्वालामुखी, प्लूटन और डाइक स्वार्म सहित विभिन्न भूवैज्ञानिक सेटिंग्स में पाई जा सकती हैं। वे पृथ्वी की पपड़ी का एक महत्वपूर्ण घटक हैं और पृथ्वी के इतिहास के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान कर सकते हैं, जिसमें ज्वालामुखीय घटनाओं के समय और स्थान और टेक्टोनिक प्लेटों की गति के बारे में जानकारी शामिल है।