आयरनक्लाड जहाजों का इतिहास और महत्व
आयरनक्लाड एक शब्द है जिसकी उत्पत्ति 19वीं शताब्दी में हुई थी और यह एक जहाज या पोत को संदर्भित करता है जो कवच चढ़ाना द्वारा संरक्षित होता है, जो आमतौर पर लोहे या स्टील से बना होता है। इस शब्द का उपयोग मूल रूप से उन युद्धपोतों का वर्णन करने के लिए किया गया था जो ऐसे कवच से सुसज्जित थे, लेकिन बाद में इसे अन्य प्रकार के जहाजों पर भी लागू किया गया है। अमेरिकी नागरिक युद्ध और उसके बाद के नौसैनिक हथियारों की दौड़ के दौरान लोहे से बने जहाजों का उपयोग व्यापक हो गया। 19वीं और 20वीं सदी की शुरुआत। इन जहाजों को दुश्मन के युद्धपोतों की भारी तोपखाने का सामना करने और उनके चालक दल और माल के लिए सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया था।
आज, "आयरनक्लाड" शब्द का प्रयोग अक्सर किसी चीज का वर्णन करने के लिए रूपक के रूप में किया जाता है जो मजबूत और अच्छी तरह से संरक्षित है, जैसे कि अनुबंध या समझौता यह कानूनी रूप से बाध्यकारी है और इसे बदलना या तोड़ना मुश्किल है।