एम्फ़ाइटीन को समझना: सतही रसायन विज्ञान में एक प्रमुख अवधारणा
एम्फ़ाइटीन एक प्रकार का अणु है जो दो समान अणुओं से बना होता है, जिनमें से एक सहसंयोजक बंधन के माध्यम से धातु की सतह से जुड़ा होता है, जबकि दूसरा नहीं होता है। शब्द "एम्फ़ाइटीन" रसायनज्ञ रोनाल्ड हॉफमैन द्वारा गढ़ा गया था, जिन्होंने सतहों और इंटरफेस के रसायन विज्ञान पर अपने काम के संदर्भ में पहली बार एम्फ़ाइटीन की अवधारणा का प्रस्ताव रखा था। एम्फ़ाइटीन के पीछे विचार यह है कि अणु धातु की सतह के बीच "सैंडविच" होता है। और एक दूसरा अणु, एक स्थिर और सुसंगत संरचना बनाता है जो धातु और अणु के बीच सहसंयोजक बंधन द्वारा एक साथ जुड़ा होता है। यह संरचना एक सैंडविच के समान है, जिसमें धातु की सतह ब्रेड के एक टुकड़े के रूप में काम करती है और अणु दूसरे टुकड़े के रूप में काम करता है।
एम्फाइटीन सतह रसायन विज्ञान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है और हाल के वर्षों में इसका बड़े पैमाने पर अध्ययन किया गया है। इसमें कैटेलिसिस, सेंसर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों सहित कई क्षेत्रों में संभावित अनुप्रयोग हैं।