ग्लाइकोसाइड्स को समझना: प्रकार, उपयोग और लाभ
ग्लाइकोसाइड एक प्रकार का अणु है जिसमें एक चीनी अणु दूसरे अणु से जुड़ा होता है, आमतौर पर अल्कोहल या फिनोल। चीनी अणु को ग्लाइकॉन कहा जाता है, और दूसरे अणु को एग्लिकॉन कहा जाता है। ग्लाइकोसाइड कई पौधों में पाए जाते हैं और पौधों के लिए पोषक तत्वों को संग्रहित और परिवहन करने के एक तरीके के रूप में उपयोग किया जाता है। ग्लाइकोसाइड का उपयोग दवा में शरीर तक दवाओं को पहुंचाने के तरीके के रूप में भी किया जाता है। दवा चीनी अणु से जुड़ी होती है, जो इसे रक्तप्रवाह में अधिक आसानी से अवशोषित करने की अनुमति देती है। इससे साइड इफेक्ट को कम करने और दवा की प्रभावकारिता में सुधार करने में मदद मिल सकती है।
ग्लाइकोसाइड के कुछ उदाहरणों में शामिल हैं:
* स्टीवियोसाइड, स्टीविया पौधे में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक स्वीटनर* सैपोनिन, कई पौधों में पाया जाने वाला एक प्रकार का ग्लाइकोसाइड जिसमें साबुन जैसे गुण होते हैं
* फ्लेवोनोइड्स, एक प्रकार का ग्लाइकोसाइड जो फलों और सब्जियों में पाया जाता है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। उदाहरण के लिए स्टीविया, और फार्मास्युटिकल उद्योग में शरीर में दवा पहुंचाने के एक तरीके के रूप में।