घोड़े से खींचे जाने वाले परिवहन में पोस्टिलियंस का इतिहास और महत्व
पोस्टिलियन (इसे पोस्टिलॉन या पोस्टिलियन भी कहा जाता है) एक ऐसे व्यक्ति के लिए एक ऐतिहासिक शब्द है जो रास्ता दिखाने और वाहन को खतरों से बचाने के लिए गाड़ी या कोच के आगे घोड़े पर सवार होता है। पोस्टिलियन एक अलग घोड़े पर सवार होगा और मार्ग का नेतृत्व करेगा, यह सुनिश्चित करते हुए कि गाड़ी या कोच सुरक्षित रूप से चल सके और गड्ढों, कीचड़ या अन्य खतरों जैसी बाधाओं से बच सके।
शब्द "पोस्टिलियन" फ्रांसीसी शब्द "पोस्टिलॉन" से आया है, जो यह लैटिन के "पोस्ट" से लिया गया है, जिसका अर्थ है "बाद में," और "इलम," जिसका अर्थ है "जाना।" यह शब्द आमतौर पर यूरोप में 18वीं और 19वीं शताब्दी के दौरान उपयोग किया जाता था, जब घोड़े से खींची जाने वाली गाड़ियाँ परिवहन का प्राथमिक साधन थीं।
आज, "पोस्टिलियन" शब्द का उपयोग ज्यादातर ऐतिहासिक संदर्भों में या पुरानी गाड़ियों और कोचों के संदर्भ में किया जाता है। हालाँकि, घोड़े पर सवार होकर रास्ता दिखाने वाले व्यक्ति की अवधारणा अभी भी कुछ आधुनिक संदर्भों में उपयोग की जाती है, जैसे कि घोड़े से खींची जाने वाली परेड या घुड़सवारी कार्यक्रमों में जहां "मुख्य घोड़े" का उपयोग अन्य घोड़ों और सवारों को रास्ता दिखाने के लिए किया जाता है।