टॉक्सिकोमेनिया को समझना: कारण, लक्षण और उपचार के विकल्प
टॉक्सिकोमैनिया एक मनोवैज्ञानिक विकार है जो किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य, रिश्तों और दैनिक जीवन पर पड़ने वाले नकारात्मक परिणामों के बावजूद, नशीली दवाओं या शराब जैसे पदार्थों की अत्यधिक और बाध्यकारी खपत से होता है। इसे लत या निर्भरता के रूप में भी जाना जाता है। शब्द " टॉक्सिकोमेनिया" को 19वीं सदी में अफ़ीम के अत्यधिक उपयोग का वर्णन करने के लिए गढ़ा गया था, लेकिन तब से इसे अन्य पदार्थों, जैसे शराब, कोकीन, हेरोइन और डॉक्टर द्वारा लिखी दवाओं पर भी लागू किया जाने लगा है। टॉक्सिकोमेनिया किसी व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण संकट और हानि पैदा कर सकता है, और यह अक्सर अन्य मानसिक स्वास्थ्य विकारों से जुड़ा होता है, जैसे कि अवसाद, चिंता और व्यक्तित्व विकार। टॉक्सिकोमेनिया के उपचार में आम तौर पर व्यवहार थेरेपी और दवा का संयोजन शामिल होता है, और इसमें लत की गंभीरता के आधार पर इनपेशेंट या आउट पेशेंट कार्यक्रम शामिल हो सकते हैं।