ट्रिमोटर विमान का इतिहास: तीन इंजन, एक युग
ट्रिमोटर एक विमान है जिसमें तीन इंजन होते हैं। शब्द "ट्राई" का अर्थ है तीन, और "मोटर" का तात्पर्य इंजन से है। ट्रिमोटर्स 1930 और 1940 के दशक में लोकप्रिय थे, विशेष रूप से छोटी वाणिज्यिक एयरलाइनों और निजी विमानों के लिए। उन्होंने पहले के बाइप्लेन डिज़ाइनों की तुलना में अधिक शक्ति और स्थिरता की पेशकश की, लेकिन अंततः चार या अधिक इंजनों वाले बड़े, अधिक कुशल विमानों द्वारा प्रतिस्थापित किया गया। ट्रिमोटर्स में आमतौर पर प्रत्येक पंख पर एक इंजन और विमान के नाक में एक इंजन लगा होता था। इस कॉन्फ़िगरेशन ने शक्ति और वजन का संतुलन प्रदान किया जिसने उन्हें छोटी से मध्यम दूरी की उड़ानों के लिए उपयुक्त बना दिया। ट्रिमोटर विमान के कुछ उदाहरणों में फोर्ड ट्रिमोटर, लॉकहीड इलेक्ट्रा और डी हैविलैंड डीएच.84 ड्रैगन शामिल हैं।
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