


दहाबियाह: अतीत का एक शानदार अरब नौकायन जहाज
दहबियाह (अरबी: دهبية) एक शब्द है जिसका उपयोग मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में एक प्रकार के पारंपरिक अरब नौकायन जहाज को संदर्भित करने के लिए किया जाता है। शब्द "दाहबियाह" अरबी शब्द "दाहब" से बना है, जिसका अर्थ है सोना, और "बिया", जिसका अर्थ है नाव। दहाबियाह एक बड़ा, शानदार नौकायन जहाज था जिसका उपयोग वाणिज्यिक और सैन्य दोनों उद्देश्यों के लिए किया जाता था। इसकी विशेषता इसका विशिष्ट डिज़ाइन था, जिसमें एक उच्च प्रो और एक बड़ी लेटीन पाल शामिल थी। जहाज आमतौर पर लकड़ी से बना होता था और इसका पतवार लंबा और सपाट होता था। यह पाल और चप्पुओं दोनों द्वारा संचालित था, और 10 समुद्री मील (19 किमी/घंटा) तक की गति तक पहुंच सकता था। दहाबियाह ने मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के इतिहास में, विशेष रूप से इस्लामी स्वर्ण युग के दौरान, एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसका उपयोग व्यापार और वाणिज्य के साथ-साथ सैन्य अभियानों और नौसैनिक युद्धों के लिए भी किया जाता था। जहाज के बड़े आकार और गतिशीलता ने इसे ऊंचे समुद्रों पर एक दुर्जेय शक्ति बना दिया, और इसका उपयोग अक्सर युद्ध के समय सैनिकों और आपूर्ति के परिवहन के लिए किया जाता था।
आज, दहाबियाह का उपयोग अब परिवहन के प्राथमिक साधन के रूप में नहीं किया जाता है, लेकिन यह एक बना हुआ है मध्य पूर्वी और उत्तरी अफ्रीकी सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा। कई संग्रहालयों और ऐतिहासिक समाजों ने जहाज के उदाहरणों को संरक्षित किया है, और इसे साहित्य, कला और लोकप्रिय संस्कृति में मनाया जाना जारी है।



