दारी को समझना: अफगानिस्तान की आधिकारिक भाषा का जटिल इतिहास और महत्व
दारी (फ़ारसी: دری) एक शब्द है जिसका इस्तेमाल अफ़ग़ानिस्तान में बोली जाने वाली फ़ारसी भाषा के लिए किया जाता है। इसका उपयोग पश्तो भाषा के वैकल्पिक नाम के रूप में भी किया जाता है, जो अफगानिस्तान और पाकिस्तान के पश्तून लोगों द्वारा बोली जाती है। "दारी" शब्द फारसी शब्द "दार" से लिया गया है, जिसका अर्थ है "देश" या "भूमि"। इसका उपयोग मूल रूप से अफगान राजाओं के दरबार में बोली जाने वाली फ़ारसी भाषा को संदर्भित करने के लिए किया गया था, जो पश्तून वंश के थे, लेकिन फ़ारसी को अपनी आधिकारिक भाषा के रूप में बोलते थे। समय के साथ, इस शब्द का उपयोग अफगानिस्तान में बोली जाने वाली फ़ारसी के किसी भी रूप को संदर्भित करने के लिए अधिक व्यापक रूप से किया जाने लगा, जिसमें गैर-पश्तून समुदायों जैसे ताजिक और हजारा द्वारा बोली जाने वाली बोलियाँ भी शामिल हैं। आधुनिक समय में, "दारी" शब्द का उपयोग किया गया है अफगानिस्तान की आधिकारिक भाषा को संदर्भित करने के लिए "फ़ारसी" के साथ परस्पर विनिमय किया जाता है, हालांकि कुछ भाषाविदों का तर्क है कि दोनों शब्दों के अलग-अलग अर्थ और अर्थ हैं। "दारी" शब्द का उपयोग कुछ अफ़गानों के बीच विवादास्पद है, जो इसे ईरान के फ़ारसी-भाषी शासकों द्वारा देश की ऐतिहासिक अधीनता की याद के रूप में देखते हैं।