दुरानी का महत्व - पारंपरिक अफ़ग़ान पुरुष परिधान
दुरानी एक शब्द है जिसका इस्तेमाल अफगानिस्तान में, विशेषकर पश्तून समुदाय में पुरुषों द्वारा पहने जाने वाले पारंपरिक कपड़ों का वर्णन करने के लिए किया जाता है। फ़ारसी में "दुरानी" शब्द का अर्थ "शाही रक्त का" या "कुलीन" होता है, और परिधान को अफगान संस्कृति और विरासत का एक महत्वपूर्ण प्रतीक माना जाता है। दुरानी एक लंबा, बहने वाला वस्त्र है जो रेशम या कपास जैसे महीन कपड़े से बना होता है। , और आम तौर पर वास्कट और पगड़ी के साथ पहना जाता है। बागे पर अक्सर जटिल डिज़ाइन और पैटर्न की कढ़ाई की जाती है, और इसे शादियों और औपचारिक कार्यक्रमों जैसे विशेष अवसरों पर पहना जाता है। दुरानी का अफगानिस्तान में एक लंबा इतिहास है, जो प्राचीन फ़ारसी साम्राज्य के समय से है। इसे राजपरिवार और कुलीन वर्ग द्वारा पहना जाता था, और इसे स्थिति और शक्ति का एक महत्वपूर्ण प्रतीक माना जाता था। आज भी, दुरानी अफ़ग़ान संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनी हुई है और पूरे देश में पुरुषों द्वारा इसे पहना जाता है, चाहे उनकी सामाजिक स्थिति या पृष्ठभूमि कुछ भी हो।