


बलदा की स्थायी अपील: कथात्मक लोक गीत का एक मध्यकालीन रूप
बलदा (लैटिन शब्द "बैलाटा" से) कथात्मक लोक गीत का एक रूप है जिसकी उत्पत्ति मध्ययुगीन यूरोप, विशेष रूप से ब्रिटिश द्वीपों और फ्रांस में हुई थी। इसकी विशेषता एक सरल धुन, एक मजबूत लय और एक कहानी कहने की शैली है जिसमें अक्सर प्यार, हानि और रोमांच के विषय शामिल होते हैं।
बलाडा समय के साथ विकसित हुआ है और विभिन्न संगीत शैलियों से प्रभावित हुआ है, जैसे कि परेशान करने वाले गीत मध्य युग, पुनर्जागरण का लोक संगीत और 19वीं सदी के गाथागीत। आज, "बलदा" शब्द का उपयोग पारंपरिक ब्रिटिश और फ्रांसीसी लोक से लेकर समकालीन गायक-गीतकार तक, लोक-प्रेरित संगीत शैलियों की एक विस्तृत श्रृंखला का वर्णन करने के लिए किया जाता है। बालाडा के कुछ उल्लेखनीय उदाहरणों में "बारबरा एलन," "द रैगल टैगल जिप्सी" शामिल हैं। ," और "अशर वेल की पत्नी।" ये गीत मौखिक परंपरा के माध्यम से पारित किए गए हैं और वर्षों से अनगिनत संगीतकारों द्वारा रिकॉर्ड किए गए हैं, जो इस अद्वितीय और अभिव्यंजक संगीत शैली की स्थायी अपील को प्रदर्शित करते हैं।



