


रहस्यमय ट्रैजेलफ़ का अनावरण: पुनर्जागरण साहित्य से एक दुर्लभ शब्द
ट्रैगेलफ़ एक शब्द है जिसे अंग्रेजी कवि और नाटककार, क्रिस्टोफर मार्लो (1564-1593) ने अपने नाटक "टैम्बुरलेन द ग्रेट" में गढ़ा था। यह ग्रीक शब्द "ट्रैगोस" जिसका अर्थ है "बकरी" और "अलाफ़" जिसका अर्थ है "एड़ी" से लिया गया है।
नाटक में, टैम्बुरलाइन का चरित्र एक प्रकार के पक्षी का वर्णन करने के लिए इस शब्द का उपयोग करता है जिसे उसने पहले कभी नहीं देखा है। इस शब्द की व्याख्या अक्सर किसी विदेशी या अज्ञात चीज़ के रूपक के रूप में की जाती है, और इसका उपयोग विभिन्न संदर्भों में किसी ऐसी चीज़ का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो अपरिचित या रहस्यमय है। कुल मिलाकर, ट्रैगेलफ़ एक दुर्लभ और असामान्य शब्द है जिसे मार्लो ने स्पर्श जोड़ने के लिए बनाया था। उनके नाटक में लालित्य और कविता। यह आधुनिक अंग्रेजी में आमतौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द नहीं है, लेकिन यह पुनर्जागरण साहित्य की रचनात्मकता और कल्पना का एक आकर्षक उदाहरण है।



