सतत निवेश: लगातार रिटर्न और दीर्घकालिक विकास के लिए एक रणनीति
परपेचुअलिस्ट एक वित्तीय रणनीति को संदर्भित करता है जिसका उद्देश्य लंबी अवधि में लगातार और टिकाऊ रिटर्न उत्पन्न करना है, अक्सर उच्च गुणवत्ता वाले लाभांश-भुगतान वाले शेयरों के स्वामित्व के माध्यम से। स्थायी निवेश में निवेश के लिए एक दीर्घकालिक दृष्टिकोण शामिल होता है, जिसमें अल्पकालिक लाभ प्राप्त करने के बजाय पूंजी को संरक्षित करने और स्थिर आय उत्पन्न करने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। स्थायी निवेशक आमतौर पर खरीद-और-पकड़ की रणनीति अपनाते हैं, जहां वे उचित कीमतों पर उच्च गुणवत्ता वाले स्टॉक खरीदते हैं। और बाजार में उतार-चढ़ाव की परवाह किए बिना उन्हें विस्तारित अवधि तक बनाए रखें। यह दृष्टिकोण इस विचार पर आधारित है कि मजबूत बुनियादी सिद्धांतों वाली अच्छी तरह से चलने वाली कंपनियां मुनाफा कमाना जारी रखेंगी और समय के साथ लाभांश का भुगतान करेंगी, जिससे आय का एक स्थिर प्रवाह और दीर्घकालिक विकास क्षमता मिलेगी। सतत निवेश का लक्ष्य एक स्थायी आय बनाना है स्ट्रीम जो निवेशक के वित्तीय लक्ष्यों, जैसे सेवानिवृत्ति या अन्य दीर्घकालिक वित्तीय उद्देश्यों का समर्थन कर सकती है। उच्च-गुणवत्ता वाले लाभांश-भुगतान वाले शेयरों पर ध्यान केंद्रित करके और खरीद-और-पकड़ की रणनीति अपनाकर, शाश्वतवादियों का लक्ष्य विविधीकरण और दीर्घकालिक परिप्रेक्ष्य के माध्यम से जोखिम को कम करते हुए समय के साथ लगातार रिटर्न प्राप्त करना है।